দ্বৈত ৰেলপথ নিৰ্মাণৰ বাবে ভাঙি পেলোৱা হ’ব পুৰণি নামঘৰ, দুখত ভাগি পৰিছে ৰাইজ
লামডিং নামঘৰ। ৬৫ বছৰীয়া পুৰণি তথা ১৯৬০ চনতে লামডিঙৰ হৰুলংফাৰ বজাৰত স্থাপিত হৈছিল এই নামঘৰটি ৷ ৰেল চহৰত কৰ্ম ব্যস্ততাৰ মাজতো হৰিনাম ল’বলৈকে স্থাপন কৰি হৈছিল এই নামঘৰভাগিৰ ৷ কিন্তু আজি নামঘৰটিৰ নথকাৰ উপক্ৰম হৈছে ৷ নামঘৰটিৰ মনিকূটৰ স্থাপনা ভাগিক নতুন ঠাইৰ প্ৰয়োজন হৈছে ৷ কিয়নো ৰেল বিভাগৰ ফালৰ পৰা লামডিঙৰ প্ৰথম তথা আটাইতকৈ পুৰণি […]
रेल पटरियों पर चलते लोग, आखिर क्यों?
इन दिनों देश में रेल हादसे काफी बढ़ गए हैं। हाल ही में हुए कई बड़े रेल हादसों में करीब 320 से अधिक लोगों की जान चली गई। अब सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसे हादसे क्यों होते हैं? एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 14 महीनों में हुए 5 बड़े हादसों में से कुछ […]
क्या सच में सुधर रही भारतीय रेल्वे? जाने इस विश्लेषण में
भारतीय रेल्वे जो कभी अपनी खराब व्यवस्था को लेकर चर्चा में रहती थी, आज उसने कई ऐसे कदम उठाए है जिसकी लोग खूब सराहना कर रहे है। भारतीय रेल्वे को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी रेल नेटवर्क में गिना जाता है। आज देश में वंदे भारत, हमसफ़र, तेजस, गतिमान जैसे हाई स्पीड ट्रेनें चलती है। […]