असम का संगीत जगत गवाह है जुबीन गर्ग की कला का। अब बीसीसीआई ने इस महान गायक को याद करते हुए महिला वर्ल्ड कप के उद्घाटन समारोह में खास श्रद्धांजलि देने का ऐलान किया है। 30 सितंबर को गुवाहाटी के बारसापारा स्टेडियम में उनके संगीत और जीवन को समर्पित 40 मिनट का स्पेशल सेगमेंट होगा।
भारत के संगीत का एक चमकता सितारा… असम की धड़कन… जुबीन गर्ग। अब वो हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी आवाज़ और उनकी यादें हमेशा ज़िंदा रहेंगी। और अब पूरे देश की सबसे बड़ी खेल संस्था, बीसीसीआई उन्हें एक अनोखा सम्मान देने जा रही है।
30 सितम्बर को गुवाहाटी के बारसापारा स्टेडियम में जब महिला वर्ल्ड कप का पहला मैच शुरू होगा, उससे पहले जुबीन गर्ग को एक खास ट्रिब्यूट दिया जाएगा। करीब 40 मिनट का यह सेगमेंट जुबीन गर्ग की पूरी जिंदगी और उनकी कला को समर्पित होगा। एक गायक, एक म्यूज़िक कम्पोज़र, एक एक्टर और सबसे बढ़कर एक सांस्कृतिक दूत के रूप में उनकी कहानी पूरे देश और दुनिया के सामने रखी जाएगी। जुबीन गर्ग सिर्फ एक नाम नहीं थे, वे असम की धड़कन थे। उनकी आवाज़ में वो जादू था, जिसने समाजों को जोड़ा और पीढ़ियों को प्रेरित किया। यही वजह है कि जब उनकी याद में यह प्रोग्राम होगा, तो यह सिर्फ असम के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक गर्व का पल बनेगा।
बीसीसीआई के सचिव देबाजीत सैकिया ने खुद इसकी पुष्टि की है और कहा है कि यह ट्रिब्यूट जुबीन की असाधारण यात्रा को सही मायनों में सम्मान देगा। तीन दशकों से भी ज़्यादा लंबे करियर में जुबीन गर्ग ने 40 से अधिक भाषाओं में 34 हज़ार से ज्यादा गाने गाए। ये आंकड़ा ही बता देता है कि उन्होंने संगीत की सीमाओं को तोड़ा और भाषा की दीवारों को पार कर हर दिल तक अपनी आवाज़ पहुँचाई।
जब महिला वर्ल्ड कप का पहला मैच शुरू होगा, तब खेल और संगीत की दुनिया एक साथ आएगी। पूरे स्टेडियम में जुबीन गर्ग की यादों की गूंज होगी और यह पल हर किसी के लिए बहुत खास और भावुक बनाने वाला होगा। यह ट्रिब्यूट सिर्फ़ सम्मान नहीं, बल्कि उस महान कलाकार को सलाम है, जिसने अपनी आवाज़ और संगीत से असम और भारत के लोगों के दिलों में हमेशा के लिए जगह बना ली।