असम के कोकराझार ज़िले में बुधवार रात एक ज़ोरदार धमाके ने कोकराझार और सालाकाटी स्टेशन के बीच की रेल लाइन को नुकसान पहुँचा दिया। ये धमाका रात के क़रीब हुआ, जब ज़्यादातर लोग सोने की तैयारी में थे। बताया जा रहा है कि ये एक IED यानी इम्प्रोवाइज़्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस था, जो कोकराझार स्टेशन से लगभग पाँच किलोमीटर दूर पटरी पर फट गया। धमाके की आवाज़ से पूरे इलाके में दहशत फैल गई और कई यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई।

धमाके से रेल ट्रैक का एक हिस्सा बुरी तरह से टूट गया, जिसके बाद रेलवे अधिकारियों ने सुरक्षा को देखते हुए दोनों लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी। कई ट्रेनें पास के स्टेशनों पर रोक दी गईं, जिससे सैकड़ों यात्री फँस गए और माहौल तनावपूर्ण हो गया। जैसे ही खबर मिली, रेलवे विभाग, सुरक्षा बलों और बम निरोधक दस्ते की टीमें मौके पर पहुँच गईं। उन्होंने मौके का निरीक्षण किया और जांच शुरू कर दी।
अभी तक यह साफ़ नहीं है कि इस हमले के पीछे कौन है, लेकिन पूरे क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस और जांच एजेंसियां लगातार मौके से सबूत जुटा रही हैं। धमाके के बाद इंजीनियरों ने रातभर काम करके ट्रैक को दुरुस्त किया और कई घंटे बाद रेल यातायात फिर से शुरू किया गया। हालांकि, इस घटना की वजह से कम से कम आठ ट्रेनें देर से चलीं और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
अब निचले असम के सभी संवेदनशील रेल मार्गों पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है, क्योंकि हाल के दिनों में कुछ उग्रवादी संगठनों की हलचल को लेकर खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी थी। असम पुलिस, रेलवे प्रोटेक्शन फ़ोर्स (RPF), जीआरपी और इंटेलिजेंस की टीमें मौके पर मौजूद हैं। बम निरोधक दस्ता और फॉरेंसिक विशेषज्ञ मलबे की जांच कर रहे हैं ताकि यह पता चल सके कि धमाके में किस तरह का विस्फोटक इस्तेमाल किया गया था।
पूरा इलाका अब भी सुरक्षा घेरे में है और जांच एजेंसियां इस धमाके के पीछे की साज़िश को समझने की कोशिश कर रही हैं।