आईक्यूएयर की वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट 2024 में असम का बर्नीहाट दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर घोषित! फैक्ट्रियों का धुआं, ट्रकों की आवाजाही और लापरवाह निगरानी ने इस छोटे से कस्बे की हवा को ज़हरीला बना दिया है।
दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट में भारत का नाम एक बार फिर ऊपर! आईक्यूएयर की विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2024 के मुताबिक, दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 13 भारत में हैं, और चौंकाने वाली बात ये कि इस लिस्ट में असम का बर्नीहाट पहले स्थान पर है।
दिल्ली अभी भी दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी बनी हुई है, लेकिन भारत, जो 2023 में तीसरा सबसे प्रदूषित देश था, अब पांचवें स्थान पर खिसक गया है। लेकिन सवाल उठता है कि असम के इस छोटे से कस्बे में प्रदूषण इतना खतरनाक क्यों है?
बर्नीहाट की हवा ज़हरीली हो चुकी है! 41 फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं, लोहे-स्टील प्लांट, डिस्टिलरी, सीमेंट फैक्ट्री और भारी ट्रकों की आवाजाही ने इस इलाके की हवा को जहरीला बना दिया है। एक समय अपनी हरियाली और प्राकृतिक सुंदरता के लिए पहचाना जाने वाला बर्नीहाट अब प्रदूषण का शिकार हो चुका है।
सबसे बड़ा सवाल ये है कि यहां प्रदूषण नियंत्रण का कोई स्थायी तंत्र क्यों नहीं है? दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों में तो प्रदूषण से लड़ने के लिए कई एजेंसियां हैं, लेकिन बर्नीहाट में? यहाँ की देखरेख शिलॉन्ग से की जाती है, जो 70 किलोमीटर दूर है, यानी प्रदूषण की निगरानी सही तरीके से हो ही नहीं पाती! इसका असर सिर्फ पर्यावरण पर ही नहीं बल्कि यहां के लोगों की सेहत पर भी पड़ रहा है। बच्चे, बुजुर्ग और आम नागरिक जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। फेफड़ों से जुड़ी बीमारियां बढ़ रही हैं, लोगों की ज़िंदगी खतरे में है
ये हालात अचानक नहीं बने! सालों से यहां फैक्ट्रियों का जहर हवा में घुल रहा है, लेकिन न सरकार ने सख्त कदम उठाए, न ही प्रदूषण नियंत्रण का कोई ठोस इंतजाम किया गया!
क्या सरकार सिर्फ रिपोर्ट्स देखकर आंखें मूंद लेगी, या बर्नीहाट के लोगों की सेहत से खिलवाड़ रोकने के लिए कोई बड़ा कदम उठाएगी?
जब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते, तब तक बर्नीहाट की हवा और ज़हरीली होती रहेगी।