प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी मंगलवार को वाराणसी से नामांकन दाखिल कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी तीसरी बार वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वह 2014 में पहली बार यहां से सांसद बने थे। इसके बाद 2019 में भी उन्होंने इस सीट पर जीत हासिल की। आज नामांकन दाखिल करने से पहले पीएम मोदी ने दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की पूजा की। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी काल भैरव मंदिर पहुंचे। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए।
पीएम मोदी ने आज डीएम के समक्ष लोकसभा चुनाव की उम्मीदवारी का पर्चा भरा। पर्चा भरने के समय डीएम सह जिला निर्वाचन अधिकारी अपने चेयर पर विराजमान रहे। वहीं, पीएम मोदी ने खड़े होकर शपथ पढ़ा। इसमें उन्होंने कहा कि मैंने उम्मीदवारी को लेकर जो भी विवरण जमा कराए हैं, वह सही हैं। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय कक्ष में सीएम योगी और पीएम मोदी के प्रस्तावक मौजूद रहे। इस मौके पर पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ भी पीएम मोदी के साथ मौजूद रहे। उन्होंने पीएम मोदी के नामांकन के शुभ मुहूर्त को हरी झंडी दी थी।
पीएम नरेंद्र मोदी नामांकन फॉर्म दाखिल करने के दौरान ज्योतिषाचार्य आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ के साथ मंत्रणा करते दिखे। पंडित गणेश्वर शास्त्री ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और राम मंदिर का शुभ मुहूर्त निकाला था। पीएम मोदी के साथ वे गंभीरता से चर्चा करते दिखाई दिए।
उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट पर पीएम नरेंद्र मोदी तीसरी बार चुनावी मैदान में उतर गए हैं। पहली बार वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी बतौर गुजरात के मुख्यमंत्री पर्चा दाखिल करने पहुंचे थे। भाजपा को अपार बहुमत मिलने के बाद वे देश के प्रधानमंत्री बने। इसके साथ ही वाराणसी देश का प्रधान चुनने वाली सीट के रूप में जाना जाने लगा। 2019 में भी पीएम नरेंद्र मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट से ही उम्मीदवारी पेश की और जीत दर्ज करने में कामयाब रहे। लोकसभा चुनाव 2024 में पीएम मोदी तीसरी बार नामांकन दाखिल किया है। इसके लिए तैयारियों को पूरा कराया गया है। पीएम मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट पर नामांकन करने से पहले सोमवार को लगभग 4 घंटे का रोड शो किया। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंच कर पूजा अर्चना की। जिला कार्यालय पहुंच कर उन्होंने आज नामांकन दाखिल कर दिया। इसके साथ ही काशीवासियों के सामने कहा कि एक बार फिर सांसद चुनने का नहीं, बल्कि देश के ‘नायक’ यानी प्रधानमंत्री को सीधे वोट करने और चुनने का मौका आ गया है।