भारत में स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद पहले आम चुनाव से लेकर अध्यतन चुनाव में पैसे तथा नशे की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण रही है। वैश्विक स्तर पर भी इस महत्वपूर्ण कारक का प्रभाव रहा है। आम चुनाव में लोकसभा,विधानसभा के चुनाव से लेकर स्थानीय चुनाव तक सक्षम चुनाव के उम्मीदवार पैसे और नशे की खेप से गरीब तबके के मतदाताओं को प्रभावित करते आए हैं।
शराब तथा पैसों की लगातार आपूर्ति और वितरण मतदाताओं को प्रभावित करने का मानदंड बनता चला आया है।शराब एवं अन्य नशा देश के नौजवानों को मानसिक शारीरिक और आर्थिक रूप से कमजोर करता रहा है तथा चुनाव के समय इस पर प्रभावी नियंत्रण अत्यंत आवश्यक है इस पर एक राष्ट्रीय कानून तथा संविधान बनाने की बड़ी और प्रभावी आवश्यकता है।
वैश्विक स्तर पर यह माना जाता है कि विश्व का हर चौथा युवा नशे की गिरफ्त में है और उसकी सांसे नशे के नियंत्रण में ही हैं। भारत युवा शक्ति का देश है और भारत को नशे की गिरफ्त से बचाकर एक ऊर्जावान युवा शक्ति का बड़ा केंद्र बनाना ही हमारी सार्थकता होगी।
कई बार फैशन की खातिर दोस्तों के कहने पर लिए गए यह मादक पदार्थ अक्सर युवाओं के लिए जानलेवा साबित होते हैं। युवा तो युवा बच्चे भी फेविकोल,तरल इरेज़र, पेट्रोल की गंध और स्वाद के प्रति आकर्षित होते हैं, और कई बार कम उम्र के बच्चे आयोडेक्स, वोलीनी जैसी दवाओं को सूंघकर नशे का आनंद लेते हैं।
कुछ मामलों में आयोडेक्स को ब्रेड में लगाकर खाने का नशा भी बच्चों में देखा गया है। और मजाक मजाक में कोरेक्स, कोडन, अल्प्राजोलम, कैनेबिस जैसी दवाओं को पीकर नशे में झूमते हैं। यह नशीली दवाएं कब बच्चों को तथा गरीब युवाओं को अपने घेरे में ले लेती है पता ही नहीं चलता। तंबाकू, सिगरेट, गांजा, कोकीन, चरस, स्मैक, भांग जैसी नशीली वस्तुओं का आज युवा वर्ग लगातार सेवन कर अपनी जिंदगी से खेलने में लगा हुआ है। नशे की लत में युवा तथा बच्चे चोरी, डकैती,पॉकेट मारी, घर के पैसे, रुपए, जेवरात चुराने की हरकतें करने लगते हैं,जो न सिर्फ कानूनी अपराध है बल्कि समाज की बहुत बड़ी विसंगति भी है।
नशा आज युवाओं को पथभ्रष्ट चरित्रहीन और अपराधी बनाने के पीछे एक बड़ा घातक कारण है। नशे की प्रवृत्ति से बचाने के लिए मनुष्य को नशे से हर हाल में दूर रखना होगा अन्यथा आने वाली पीढ़ी राष्ट्रीय चरित्र, राष्ट्रीय सम्मान तथा राष्ट्रीय शक्ति को भूलती जाएगी और नशे की लत में युवा अपने कर्तव्य से परे हो जाएगा। जो कि एक बहुत ही खतरनाक स्थिति होगी।