कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर हाल ही में विवाद हुआ है। यह फिल्म 6 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने वाली थी। लेकिन सेंसर बोर्ड ने इसे अभी तक सर्टिफिकेट नहीं दिया है। जिसके कारण फिल्म की रिलीज़ पर रोक लग गई है। सेंसर बोर्ड द्वारा सर्टिफिकेट न मिलने की वजह से फिल्म की रिलीज़ की तारीख को आगे बढ़ाया जा सकता है। इस फिल्म में कंगना रनौत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका में नजर आएंगी। और यह फिल्म 1975 में लगाए गए आपातकाल के दौरान की घटनाओं पर आधारित है।
सेंसर बोर्ड द्वारा सर्टिफिकेट न मिलने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि यह मामला फिल्म के कंटेंट से जुड़ा हुआ है। इस फिल्म को लेकर आरोप है कि यह सिख समुदाय की एक गलत छवि प्रस्तुत कर रही है। ऐसे मामलों में यह संभव है कि फिल्म निर्माताओं को कुछ दृश्यों में बदलाव करने के निर्देश दिए गए हों ताकि फिल्म को सर्टिफिकेट मिल सके।
कंगना रनौत ने दृश्यों में बदलाव करने से किया इनकार
रनौत ने फिल्म के दृश्यों में बदलाव करने से साफ इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि फिल्म में हमने कुछ भी गलत नहीं दिखाया है, और मेरी फिल्म पर इमरजेंसी लगाना ठीक नहीं है। पत्रकार शुभांकर मिश्रा के पॉडकास्ट में भी कंगना ने कहा था कि यदि फिल्म को सर्टिफिकेट नहीं मिलता तो मैं अदालत में लड़ूंगी। उन्होंने साफ कर दिया कि वे किसी से भी डरने वाली नहीं हैं। आगे कंगना कहती हैं कि इस देश में सबको अभिव्यक्ति की आजादी है, और फिल्म को रोकना इसका उल्लंघन करना होगा।
कंगना के समर्थन में आए मनोज मुंतसिर
कंगना के समर्थन में संगीतकार मनोज मुंतसिर भी आगे आए हैं। उन्होंने सिख समाज से अपील की है कि वे एक बार फिल्म को ध्यान से देखें और बताएं कि इसमें क्या गलत दिखाया गया है। उन्होंने सिख समुदाय के देश के लिए योगदान की भी सराहना की है।
खैर, आपको बता दें कि ‘इमरजेंसी’ फिल्म में कंगना रनौत के अलावा महिमा चौधरी, अनुपम खेर, और श्रेयस तलपड़े जैसे दिग्गज कलाकार भी शामिल हैं। अब जब फिल्म को सर्टिफिकेट नहीं मिला है, तो ऐसे में 6 सितंबर को यह फिल्म हमें सिनेमाघरों में देखने को नहीं मिलेगी। ऐसे में फिल्म की नई रिलीज़ डेट का ऐलान करना फिलहाल मुश्किल होगा।