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जन्माष्टमी का त्योहार हिंदू धर्म में बहुत खास माना जाता है। यह त्योहार भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है और हर साल रक्षाबंधन के आठवें दिन आता है। इस साल, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 26 और 27 अगस्त 2024 को मनाई जाएगी। इस दिन, लोग व्रत रखते हैं और रात में 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के बाद पूजा करके व्रत का पारण करते हैं।

जन्माष्टमी के दिन पहनने के लिए कपड़ों के रंग का खास महत्व होता है। कुछ रंग तो भगवान श्रीकृष्ण को बहुत प्रिय हैं और उन्हें पहनने से व्यक्ति को मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं इन रंगों के बारे में और कैसे ये रंग आपकी किस्मत को चमका सकते हैं।

गुलाबी रंग के वस्त्र: जन्माष्टमी

गुलाबी रंग प्रेम और सुख का प्रतीक है। इस रंग को शुक्र ग्रह से भी जोड़ा जाता है। अगर आप जन्माष्टमी के दिन गुलाबी रंग के कपड़े पहनते हैं, तो आपके जीवन में प्रेम और सुख-समृद्धि का वास हो सकता है। यह रंग आपके जीवन में खुशियां लाता है।

लाल रंग के वस्त्र:

लाल रंग को जन्माष्टमी के लिए बेहद शुभ माना जाता है। यह रंग ऊर्जा और साहस का प्रतीक है और इसे मंगल ग्रह से जोड़ा जाता है। अगर आप इस दिन लाल रंग के कपड़े पहनते हैं, तो आपके जीवन में उत्साह और ऊर्जा की वृद्धि हो सकती है। यह रंग आपको जीवन के कठिनाइयों से लड़ने की ताकत देता है।

पीले रंग के वस्त्र: जन्माष्टमी

पीला रंग भगवान विष्णु का प्रिय रंग है और श्रीकृष्ण भी उन्हीं के अवतार माने जाते हैं। पीला रंग खुशियों और समृद्धि का प्रतीक है। अगर आप जन्माष्टमी के दिन पीले रंग के कपड़े पहनते हैं, तो भगवान श्रीकृष्ण की विशेष कृपा आप पर बनी रह सकती है और आपके जीवन में खुशियों का आगमन हो सकता है।

सफेद रंग के वस्त्र

सफेद रंग शांति और पवित्रता का प्रतीक है। इसे चंद्रमा से जोड़ा जाता है और सफेद रंग के कपड़े पहनने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है। इस रंग के वस्त्र पहनकर आप मानसिक शांति और सुकून का अनुभव कर सकते हैं।

नीले रंग के वस्त्र

नीला रंग भगवान श्रीकृष्ण से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, नीले रंग का कपड़ा पहनने से मानसिक शांति मिलती है और जीवन में संतुलन बना रहता है। यह रंग आपके जीवन में स्थिरता और संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।

हरे रंग के वस्त्र

हरा रंग हरियाली और खुशहाली का प्रतीक है। इसे जीवन में सकारात्मकता और समृद्धि लाने वाला रंग माना जाता है। अगर आप जन्माष्टमी के दिन हरे रंग के कपड़े पहनते हैं, तो भगवान श्रीकृष्ण की कृपा आप पर बनी रह सकती है और आपके जीवन में हरियाली यानी समृद्धि बनी रहती है।

जन्माष्टमी पर किन रंगों से बचें?

काले रंग के वस्त्र

काले रंग को हिंदू धर्म में अशुभ माना जाता है। यह रंग नकारात्मक ऊर्जा और अशांति का प्रतीक माना जाता है। इसलिए, जन्माष्टमी जैसे पवित्र त्योहार पर काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए। इस दिन काले रंग के वस्त्र पहनने से नकारात्मकता और बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।

भूरे रंग के वस्त्र

भूरा रंग उदासी और स्थिरता का प्रतीक माना जाता है। यह रंग जीवन में रुकावटें और उदासी लाने वाला हो सकता है। इसलिए, जन्माष्टमी के दिन इस रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए, क्योंकि यह आपके त्योहार की खुशियों को कम कर सकता है।

धूसर (ग्रे) रंग के वस्त्र

धूसर रंग भी उदासी और अनिश्चितता का प्रतीक है। यह रंग मन में नकारात्मक विचारों को बढ़ावा दे सकता है। जन्माष्टमी के दिन इस रंग के कपड़े पहनने से बचें, ताकि आप भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का उत्साह और आनंद पूरी तरह से अनुभव कर सकें।

जन्माष्टमी के दिन सही रंगों का चयन आपके जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि लाने में मदद कर सकता है। इसलिए, शुभ रंगों का चयन करें और अशुभ रंगों से बचें, ताकि भगवान श्रीकृष्ण की कृपा आप पर बनी रहे।

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