प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पोलैंड और यूक्रेन की यात्रा पूरी कर दिल्ली लौट आए हैं। इस विदेश दौरे ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की और कुछ अहम समझौते भी किए गए। दोनों देशों में पीएम मोदी का जोरदार स्वागत किया गया, और उनकी इस यात्रा के दौरान हुई बातचीत ने दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है।
यूक्रेन यात्रा और युद्ध की शांति की पहल
प्रधानमंत्री मोदी की यूक्रेन यात्रा सबसे ज्यादा चर्चा में रही। 24 फरवरी, 2022 से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध ने पूरी दुनिया को चिंतित किया हुआ है। इस युद्ध को खत्म करने के लिए भारत के प्रयासों की सराहना की गई है। पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ मुलाकात की, जिसमें उन्होंने युद्ध समाप्त करने के लिए बातचीत की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने शांति के हर प्रयास में भारत की सक्रिय भूमिका निभाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि भारत, यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे इस संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान खोजने में मदद करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी इस बातचीत के दौरान भारत की भूमिका की प्रशंसा की और कहा कि भारत का रूस की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है, और भारत चाहे तो इस युद्ध को समाप्त करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने कीव में राष्ट्रपति जेलेंस्की को BHISHM क्यूब्स भी सौंपे, जिनमें आपातकालीन चिकित्सा देखभाल के लिए आवश्यक दवाइयाँ और उपकरण शामिल हैं। यह भारत की तरफ से यूक्रेन के प्रति सहयोग और समर्थन का एक बड़ा संकेत है।
यूक्रेन की मेरी यात्रा ऐतिहासिक रही-पीएम मोदी
कई बैठकों में हिस्सा लेने के बाद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘यूक्रेन की मेरी यात्रा ऐतिहासिक रही। मैं भारत-यूक्रेन मित्रता को और गहरा करने के उद्देश्य से इस महान देश में आया हूं। राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ मेरी सार्थक बातचीत हुई। भारत का दृढ़ विश्वास है कि शांति हमेशा बनी रहनी चाहिए। मैं यूक्रेन की सरकार और लोगों को उनके आतिथ्य के लिए धन्यवाद देता हूं।’’
पोलैंड यात्रा और द्विपक्षीय संबंध
प्रधानमंत्री मोदी की पोलैंड यात्रा भी उतनी ही महत्वपूर्ण रही। इस दौरे के दौरान, दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष और वाणिज्यिक अंतरिक्ष के सुरक्षित, टिकाऊ और संरक्षित उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक सहयोग समझौता हुआ है। इसके साथ ही, मानव और रोबोट अन्वेषण को बढ़ावा देने के लिए भी एक समझौता हुआ। यह समझौता दोनों देशों के बीच विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करेगा।
पोलैंड और भारत के बीच हुए इन समझौतों से दोनों देशों के बीच के संबंध और मजबूत होंगे, और यह सहयोग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक मिसाल बनेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पोलैंड और यूक्रेन की यात्रा ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की स्थिति को और मजबूत किया है। इस दौरे से न केवल द्विपक्षीय संबंधों में सुधार हुआ है, बल्कि दुनिया में शांति और सहयोग की दिशा में भी एक बड़ा कदम उठाया गया है। भारत की भूमिका, विशेष रूप से रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने में, एक सकारात्मक पहल के रूप में देखी जा रही है। इस यात्रा से भारत और यूक्रेन के बीच सहयोग और समझौतों की नई राहें खुली हैं, जो भविष्य में दोनों देशों के लिए लाभकारी साबित होंगी।