आजकल लोग अपनी व्यस्त जीवनशैली के चलते अपनी सेहत का ध्यान नहीं रख पाते। ऐसे में वे कम उम्र में ही तरह-तरह के रोगों से ग्रस्त हो जाते हैं। हैरानी की बात तो यह है कि 90 प्रतिशत लोग अपने खान-पान का सही से ध्यान नहीं रखते। इसके चलते उन्हें तरह-तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसी बीच, आज लोगों में रक्तचाप यानी ब्लड प्रेशर की समस्या तेजी से बढ़ रही है। हाल ही में WHO की एक रिपोर्ट ने खुलासा किया कि एक अनुमान के अनुसार, दुनिया भर में 30-79 वर्ष की आयु के 1.28 अरब वयस्क उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं। अब सवाल यह आता है कि आखिर क्यों हो रहा है लोगों को उच्च रक्तचाप? और इससे बचने के क्या उपाय हैं?
उच्च रक्तचाप या हाई ब्लड प्रेशर आज एक आम समस्या बन चुकी है। यह भारत में तेज़ी से बढ़ रहा है। यह बीमारी आम तौर पर 30-79 वर्ष के लोगों में देखी जाती है। इसमें गंभीर सिरदर्द, छाती में दर्द, चक्कर आना, सांस लेने में दिक्कत, जी मिचलाना, धुंधली दृष्टि या अन्य दृष्टि परिवर्तन, चिंता, भ्रम जैसे लक्षण शामिल हैं। अक्सर लोग इसके लक्षणों को नजरअंदाज करते हैं, जिससे कई बार लोगों की मौत भी हो जाती है।
क्यों होता है लोगों को उच्च रक्तचाप?
तनाव से संबंधित आदतें, जैसे अधिक खाना, तंबाकू का सेवन, या शराब पीना रक्तचाप में वृद्धि का कारण बन सकता है। कुछ दीर्घकालिक स्थितियाँ, जैसे कि किडनी रोग, मधुमेह, और स्लीप एपनिया भी उच्च रक्तचाप का कारण बन सकती हैं। कभी-कभी गर्भावस्था के कारण भी उच्च रक्तचाप हो सकता है।
उच्च रक्तचाप के कुछ बड़े लक्षण:
- गंभीर सिरदर्द होना:
यदि आपके सिर में तेज़ दर्द महसूस होता है, तो यह उच्च रक्तचाप के कारण हो सकता है। मगर जरूरी नहीं कि ऐसा ही हो। कई बार माइग्रेन के चलते भी सिरदर्द होता है। इसलिए ऐसे लक्षण दिखने पर अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। - छाती में दर्द:
यह उच्च रक्तचाप का संकेत हो सकता है। यह एक गंभीर समस्या बन सकती है, इसलिए इसे इग्नोर न करें। - चक्कर आना:
यदि आपको कभी भी चक्कर आ जाता है, तो यह उच्च रक्तचाप के कारण हो सकता है। इसे इग्नोर बिल्कुल न करें। - सांस फूलना या सांस लेने में परेशानी:
यह भी उच्च रक्तचाप की ओर इशारा करता है। इसे अनदेखा बिल्कुल न करें, मगर कई बार अस्थमा के चलते भी ऐसा होता है। - जी मिचलाना:
यह उच्च रक्तचाप के कारण हो सकता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। - उलटी होना:
अगर आपको बार-बार उल्टी होती है, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलें। - धुंधली दृष्टि:
अगर कभी आपको धुंधला दिखाई देता है, तो सावधान हो जाएं। जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से मिलें। - चिंता या तनाव:
अधिक चिंता करने से आपको रक्तचाप की समस्या हो सकती है। इसलिए ज्यादा चिंता न करें। - नाक से खून आना:
यदि आपकी नाक से खून आता है, तो यह कोई सामान्य बात नहीं है। ऐसा ज्यादातर गर्मी के मौसम में या उच्च रक्तचाप के कारण हो सकता है। - असामान्य हृदय ताल:
असामान्य हृदय ताल को बहुत तेज़ या धीमी धड़कन, छाती के क्षेत्र में फड़कन, या दिल की धड़कन का रुक जाना के रूप में देखा जाता है। ऐसा उच्च रक्तचाप के कारण होता है।
उच्च रक्तचाप से बचने के उपाय:
- प्रतिदिन 1,500 मिलीग्राम से कम सोडियम का सेवन करने का लक्ष्य रखें।
- फलों, सब्जियों, और साबुत अनाज से भरपूर आहार खाएं।
- अधिक तेल मसाला युक्त खाने से दूरी बना लें।
- कुछ प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से सावधान रहें, जैसे कि बेक्ड सामान, ब्रेकफास्ट सीरियल, मफिन, और केक। इनसे दूरी बनाए रखें।
- स्मोकिंग से बचें। स्मोकिंग न केवल कैंसर और हार्ट अटैक को बुलावा देता है, बल्कि उच्च रक्तचाप का भी एक अहम कारण है।
- ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है।
- नियमित रूप से शारीरिक जांच करवाएं।
यदि आप किसी प्रकार के तनाव में हैं, तो सावधान हो जाएं। और अधिक तेल मसाला युक्त खाने से दूरी बना लें। ऐसा करके आप उच्च रक्तचाप को निमंत्रण दे रहे हैं। अगर इस रोग को सही समय रहते पहचाना जाए, तो यह बिल्कुल भी घातक नहीं है।