आज भारत में लोग विभिन्न बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि अधिकतर लोग इन बीमारियों को नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे उनकी जान भी जा सकती है। इन्हीं में से एक है क्षय रोग या टीबी, जो भारतीयों में बहुत सामान्य है।
क्षय रोग क्या है?
क्षय रोग एक गंभीर बीमारी है जो मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करती है। इसे माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस नामक बैक्टीरिया उत्पन्न करते हैं। टीबी तब फैलता है जब बीमारी से पीड़ित व्यक्ति खांसता, छींकता या गाता है।
यह एक बेहद गंभीर बीमारी है। अगर इसका पता शुरुआती दौर में चल जाए तो इसका इलाज सफल हो सकता है, लेकिन देर हो जाने पर अक्सर इंसान की मौत हो जाती है। इसलिए इसके लक्षणों को कभी भी अनदेखा न करें और अगर आपको कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
क्यों होता है लोगों में क्षय रोग?
क्षय रोग अक्सर 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में होता है। कभी-कभी यह बीमारी 30 वर्ष की उम्र में भी हो सकती है। यह महिलाओं और पुरुषों दोनों को समान रूप से प्रभावित करती है। यह बीमारी हमेशा एक ऐसे व्यक्ति द्वारा दूषित हवा में सांस लेने से फैलती है, जिसे सक्रिय ट्यूबरक्लोसिस है। यह किसी संक्रमित व्यक्ति को छूने से नहीं फैलती है, क्योंकि माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस बैक्टीरिया लगभग हमेशा हवा के माध्यम से फैलते हैं।
क्षय रोग के 5 बड़े लक्षण
लंबे समय तक खांसी आना
2 हफ्ते से ज़्यादा समय तक ठीक न होने वाली खांसी क्षय रोग का लक्षण हो सकती है। इसके कारण बोलने में समस्या भी उत्पन्न होती है।
लंबे समय तक बुखार रहना
2 हफ्ते से अधिक समय तक बुखार रहना टीबी का संकेत हो सकता है।
खांसी में खून आना
यदि आपकी खांसी में लगातार खून आता है तो यह टीबी का एक लक्षण हो सकता है।
सीने में दर्द और सांस लेने में परेशानी
यह क्षय रोग का एक प्रमुख लक्षण हो सकता है। यदि आपको सांस लेने में दिक्कत है या सीने में तेज दर्द है तो यह टीबी का संकेत हो सकता है।
तेजी से वजन घटाना
यदि आपके वजन में तेजी से गिरावट हो रही है तो यह किसी गंभीर बीमारी जैसे टीबी का लक्षण हो सकता है। इसलिए इसका तुरंत इलाज करवाएं।
क्षय रोग से बचने के उपाय
- तंबाकू का सेवन न करें।
- शराब का सेवन भी हानिकारक है, इससे बचें।
- फलों, सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर आहार लें।
- रोजाना एक्सरसाइज करने से टीबी के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
- नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच करवाएं।
- गुटका, पान मसाला आदि से बचें।
- किसी भी टीबी ग्रसित मरीज से सीधा संपर्क बनाने से बचे।
यदि आप किसी प्रकार के नशीले पदार्थ का सेवन करते हैं, तो सावधान हो जाइए। पौष्टिक आहार का सेवन करें। लापरवाही बरतने पर यह बीमारी घातक हो सकती है और इससे आपकी जान भी जा सकती है।
क्षय रोग का इलाज
डब्ल्यूएचओ टीबी के लक्षण वाले सभी व्यक्तियों में प्रारंभिक निदान परीक्षण के रूप में तेजी से आणविक निदान परीक्षणों के उपयोग की सिफारिश करता है। डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुशंसित रैपिड डायग्नोस्टिक परीक्षणों में एक्सपर्ट एमटीबी/आरआईएफ अल्ट्रा और ट्रूनेट परीक्षण शामिल हैं। इन परीक्षणों में उच्च नैदानिक सटीकता होती है और इससे टीबी और दवा प्रतिरोधी टीबी का शीघ्र पता लगाने में बड़े सुधार होंगे।