इस वक्त पूर्वोत्तर भारी बारिश की मार झेल रहा है। लगातार हो रही बारिश के चलते असम के 13 जिले जलमग्न है। साथ ही हजारों लोग बेघर हो गए। अब काजीरंगा राष्ट्र उद्यान भी प्रदेश मे आई प्रलयकारी बाढ़ के चपेट में आ गया है। बीते दिनों हुई बारिश के चलते यहा जलभराव हो गया जिसने अब तक 9 गेंदों समेत 159 जानवरों की जान ले ली। अब तक 135 जानवरों को बचा लिया गया है।
वन विभाग का प्रयास लगातार जारी
काजीरंगा राष्ट्र उद्यान में बाढ़ के साथ ही एक भयावह मंजर देखने को मिला। एका एक कई जानवरों की जान चली गई। वन अधिकारी सोनाली घोष ने कहा प्रसाशन और वन विभाग के सभी लोग लगातार जानवरों को बचाने का प्रयास कर रहे है। अब तक 135 जानवरों को सुरक्षित बचा लिया गया गया है। जिसमे 2 गेंदे के बच्चे और दो नन्हें हाथी भी मौजूद थे। दोनों गेंदों और हाथियों को पानबाड़ी स्थित वन्य जीव पुनर्वास व बचाव केंद्र मे निगरानी मे रखा गया है।
आप को मालूम हो की हर साल किाजीरंगा राष्ट्र उद्यान व टाइगर रिजर्व मे इस तरह के मंजर देखा जाता है। वन विभाग के प्रयासों के बाद भी यहा बेजूबानों की इस तरह मौत हो जाती है।
कोहोरा से लेकर बूढ़ापाहाड़ तक राहत शिविर मे वन्य प्राणी
इस वक्त आलम यह है की कोहरा से लेकर बूढ़ापाहाड़ इलाके के राहत शिविरों मे हजारों बाढ़ पीड़ित शरण लिए हुए है। प्रशासन लगातार पीड़ितों को खाद्य सामग्री मूहिया कराने मे जुटी हुई थी। चिकित्सकों की एक टीम भी लगातार उनके सवास्थ की जाच कर रहा है। यानि की अब भी स्थिति मे सुधार होने में 10 से 12 दिन लगेंगे।