मणिपुर का दौरा न करने पर जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री पर उठाया सवाल
सोमवार की सुबह एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस की मॉस्को यात्रा के लिए रवाना हुए तो वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस सांसद राहुल गांधी हिंसा से प्रभावित राज्य मणिपुर के लिए रवाना हुए। हालांकि, कांग्रेस ने पीएम मोदी की मॉस्को यात्रा को लेकर कटाक्ष किया है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोमवार को पीएम मोदी को ‘गैर-जैविक’ प्रधानमंत्री करार दिया और कहा कि पीएम के पास कुछ घंटों के लिए भी मणिपुर दौरा करने का समय नहीं है।
राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने आगे कहा कि पिछले 17 महीनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर के बारे में कुछ नहीं कहा है। वह मणिपुर के मुख्यमंत्री से नहीं मिले हैं, मणिपुर के राजनीतिक दलों, सांसदों, विधायकों से नहीं मिले हैं और वह मणिपुर गए ही नहीं हैं, 45 घंटे के लिए भी नहीं। जयराम रमेश ने कहा कि लोगों को संवेदनशील तरीके से यह दिखाने के लिए राहुल गांधी का यह तीसरा दौरा है कि आपका दर्द हमारा दर्द है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बताया कि मणिपुर पर टिप्पणी करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि संवैधानिक मशीनरी, संवैधानिक व्यवस्था, वहां ध्वस्त हो गई है और हम मणिपुर सरकार पर भरोसा नहीं कर सकते। सुप्रीम कोर्ट ने यही कहा है, ये उनकी टिप्पणियां हैं…”
जयराम रमेश ने आज एक्स पर पोस्ट किया, ‘आज, गैर-जैविक प्रधानमंत्री मॉस्को जा रहे हैं, जबकि लोकसभा में विपक्ष के नेता असम और मणिपुर जा रहे हैं। बेशक, गैर-जैविक प्रधानमंत्री के ढोल पीटने वालों ने दावा किया है कि उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध को कुछ समय के लिए रोक दिया है।’ राज्य में भड़की हिंसा के 14 महीने बाद भी मणिपुर का दौरा न करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए जयराम रमेश ने कहा, ‘संभवतः, मॉस्को की यह यात्रा और भी विचित्र दावों को जन्म देगी। चौदह महीने पहले राज्य में हुए विस्फोट के बाद से यह राहुल गांधी की मणिपुर की तीसरी यात्रा है।’
रमेश ने आगे कहा, ‘गैर-जैविक प्रधानमंत्री को 3 मई, 2023 को गंभीर संकट के उभरने के बाद कुछ घंटों के लिए भी मणिपुर जाने का समय नहीं मिला और न ही उनकी इच्छा थी। उन्होंने राज्य के सीएम और विधायकों और सांसदों सहित राज्य के अन्य राजनीतिक नेताओं से भी मुलाकात नहीं की है।’
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने पीएम मोदी से तीन सवाल पूछे:
1) उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस सरकारों के दौरान भारत-रूस के अच्छे संबंध थे, लेकिन पिछले 10 सालों में पीएम मोदी और पुतिन की केवल 11 मुलाकातें हुई हैं। क्या दोनों देशों के संबंध उतने अच्छे नहीं हैं जितने पहले थे?
2) रमेश ने भारत-रूस के बीच असंतुलित व्यापार पर सवाल उठाया। 2014 से 2023 के बीच भारत का रूस को निर्यात स्थिर रहा, जबकि आयात तेजी से बढ़ा। उन्होंने पूछा कि पीएम मोदी के पास इस व्यापार असंतुलन को ठीक करने का क्या विजन है?
3) उन्होंने पूछा कि मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास के अनुसार, 50 भारतीय रूसी सेना में शामिल हुए हैं और दो की मौत हो चुकी है। उन्होंने पूछा कि क्या पीएम मोदी इन युवाओं की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करेंगे और घरेलू समस्याओं को सुलझाने का प्रयास करेंगे?