चिलचिलाती धूप के बाद अब देश के कई हिस्सों में मौसम ने रौद्र रूप धारण कर लिया हें। असम में भी कुछ ऐसा ही हाल हें। IMD गुवाहाटी ने मौसम को लेकर रेड अलर्ट जारी कर दिया हें। अगले कुछ घंटों मे चिरांग, बक्सा, उदालगूरी , कामरूप, गोलाघाट, समेत असम के कई हिस्सों मे भारी बारिश के आसाड। ब्रह्मपुत्र ने किया खतरे के नीसान को पार। अब तक 4 लाख से ज्यादा लोग बाड़ से हुए प्रभावीत। और भी ज्यादा बिगड़ रहे हें हालात। प्रदेश के सभी तटीय क्षेत्र मे रहने वाले लोगों को तटों पर न जाने की दी गई सलाह।
ब्रह्मपुत्र के रौद्र रूप से बाढ़ की चपेट में असम
इस वक्त ब्रह्मपुत्र रौद्र रूप में हें। पिछले एक महीने से बाढ़ से पीड़ित असम के लोग अस्थायी कैंपों में रहने को मजबूर हें। असम में इस साल आई दूसरी बाढ़ मे 20 जिलों में करीब 6.71 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए। हालांकि, IRF लगातार बचाव कार्य कर लोगों के लिए भगवान का रूप बने हुए हें। डिब्रूगढ़ औरमंगलदोई में सबसे ज्यादा लोग प्रभावित हें। यहा से सेना ने 13 मछुआरों को सुरक्षित बचाया हें।
खतरे के निशान के ऊपर प्रदेश की 13 नदियां
ब्रह्मपुत्र समेत प्रदेश की 13 अन्य नदियां खतरे के निशान को पार कर चुके हें। इसके कारण असम के कई जिलों में भारी बारिश होने के आषाढ़ हें। इसको लेकर IMD गुवाहाटी ने पहले ही चेतावनी दे दी हें। ASDMA ने पहले ही बाढ़ से निपटने का पूरा इंतजाम कर लिया हें। इसके लिए IRF ने भी पूरा योगदान देने का आस्वासन दिया।
ऐसे हो रहा बचाव कार्य
ASDMA से जानकारी मिलते ही IAF की टीम डिब्रूगढ़ पहुची और बचाओ अभियान शुरू किया। IRF की टीम ने एक छोटे से टापू से 13 जिंदा बचे मछुआरों को सुरक्षित बचाया। इसको लेकर उन्होंने एक तस्वीर भी साझा की हें। अपने बयान में उन्होंने कहा की खराब मौसम में भी हमने मोहनबारी हवाई अड्डे से एमआई -17 IV हेलीकॉप्टर में उड़ान भरी और जमीन के दलदली हिस्से से बचाव अभियान चलाया।
आज भी जलमग्न राज्य
मौजूदा लहर के चलते डिब्रूगढ़ जिला बुरी तरह प्रभावित हुआ है। साथ ही ऊपरी असम के कई प्रमुख शहर अब भी जलमग्न हें। ऐसे में ASDMA और IRF मिल कर बचाव अभियान चला रहा हें। रविवार को भी वायु सेना ने धेमाजी में कई लोगों को राहत कार्य के चलते बचाया। इसमे ASDMA के आठ कर्मियों और धेमाजी जिले के जोनाई के एक राजस्व अधिकारी भी शामिल हें।