29 जून को इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच हुए मैच में टीम इंडिया को शानदार जीत मिली। 17 साल बाद टी20 विश्व कप का खिताब टीम इंडिया ने अपने नाम किया हें। इसका श्रेय एक तरफ जहां रोहित शर्मा की शानदार कप्तानी को जाता हें। वही जसप्रीत, हार्दिक और अर्शदीप ने अपने गेंदबाजी से भी इंडिया की जीत पक्की कर दी। इन्ही खिलाड़ियों में एक नाम सूर्यकुमार यादव का भी हें। सूर्य के शानदार कैच नें पूरे मैच का रुख बदल दिया। आखिरी ओवर की पहली गेंद पर बाउंड्री के पास डेविड मिलर का बेहतरीन कैच लपक कर सूर्य ने एक नया इतिहास रचा डाला।
कैसे हुआ सपना पूरा
शनिवार को हुए इंडिया और साउथ अफ्रीका के मैच मे टीम India ने 7 रनों से जीत दर्ज किया। इस मैच के आखिरी ओवर में सूर्यकुमार यादव ने बाउंड्री लाइन पर डेविड मिलर का बेहतरीन कैच लपका। उनके इस कैच ने पूरे मैच को पलट दिया। साउथ अफ्रीका को जब जीत के लिए 16 रन की जरूरत थी तब आखिरी ओवर में रोहित ने बड़ा निर्णय लेते हुए हार्दिक को गेंद थमाई। इस दौरान क्रीज पर डेविड मिलर थे, जिन्होंने बड़ा हवाई शॉट खेला, लेकिन सूर्या ने उनका कैच लपक लिया। सूर्या के कैच को लेकर बाद में बवाल भी हुआ। इस बीच लेकिन खुद सूर्य ने मिलर के कैच को लेकर बड़ा बयान दिया।
क्या था सूर्यकुमार यादव का बयान
दरअसल, मैच के दौरान आखिरी ओवर मे डेविड मिलर ने पहली ही गेंद पर हवाई स्ट्रोक छोड़ा। गेंद पर छक्का लगभग तय ही था। लेकिन सूर्य ने दौड़ लगाकर गेंद को लपक लिया। जिस प्रकार सूर्य ने कैच पकड़ा वो भी कमाल था। सूर्या ने पहले बाउंड्री लाइन से गेंद को हवा में उछाला और फिर बाहर जाकर शानदार कैच लपक लिया। इस कैच क लेकर काफी विवाद हुआ। कुछ लोगों के मुताबिक ये कैच लपकते समय सूर्या के पैर बाउंड्री लाइन पर टच हुए थे। वहीं, बकियों ने कहा कि बाउंड्री लाइन ही थोड़ी खिसकी हुई थी।
इस कड़ी में इंडियन एक्प्रेस से बातचीत करते हुए सूर्य ने कहा कि रोहित आमतौर पर लॉन्ग-ऑन पर खड़े नहीं होते, लेकिन उस वक्त वह वहां थे। जब गेंद आ रही थी, तो एक सेकंड के लिए मैंने उसकी तरफ देखा और उसने मेरी तरफ देखा। मैं दौड़ा और मे गेंद को पकड़ना मेरा उधेशय था। अगर रोहित करीब होता, तो मैं गेंद उसकी ओर फेंक देता। लेकिन वह करीब नहीं था। उन चार से पांच सेकंड में, जो कुछ भी हुआ, मैं बता नहीं सकता।
उन्होंने आगे कहा की मैंने गेंद को खेल क्षेत्र की और धकेला और कैच को लपका। मुझे पता हें मैंने रस्सी को नही छुआ हें। एक चीज के बारे मे में सतर्क था और वो यह की गेंद को वापस अंदर धकेलते समय, मेरे पैर रस्सी को ना छूए। मुझे बिश्वास था की यह सही कैच था। अगर मिलर के 6 रन होते तो मैच हाथ से जा सकता था।