भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उपनेता और असम से तीन बार सांसद रहे गौरव गोगोई ने जोरहाट निर्वाचन क्षेत्र में अपनी जीत का जश्न मनाते हुए लोगों के समर्थन के प्रति आभार व्यक्त किया। इस मौके पर उन्होंने समावेशिता, विकास और अपने दिवंगत पिता श्री तरुण गोगोई को श्रद्धांजलि दी, जो असम के पूर्व मुख्यमंत्री थे और जिनका जोरहाट से विशेष संबंध था।
जोरहाट से एक और जीत
2024 के लोकसभा चुनावों में जोरहाट निर्वाचन क्षेत्र से जीत के बाद, गोगोई ने सोशल मीडिया पर एक भावपूर्ण संदेश साझा किया। एक्स पर उन्होंने लिखा, “जोरहाट के लोगों ने दिखा दिया है कि पैसे और अहंकार को आसानी से हराया जा सकता है। यह सबक भविष्य में असम के हर कोने में ले जाया जाएगा। सभी के प्यार और शुभकामनाओं के लिए आभारी हूँ।”
गौरव गोगोई ने जोरहाट के लोगों द्वारा उन्हें दिए गए अपार समर्थन और विश्वास को स्वीकार किया। उन्होंने कहा, “मैं लोगों के अभूतपूर्व समर्थन और विश्वास से सम्मानित और विनम्र महसूस कर रहा हूँ। कुछ ही महीनों में, हमारे बीच का बंधन और विश्वास और भी गहरा हो गया है। यह जीत युवाओं, महिलाओं, हाशिए पर पड़े लोगों और किसानों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करती है।”
समावेशिता और विकास पर जोर
गौरव गोगोई का चुनाव अभियान समावेशिता और विकास पर केंद्रित था, जिसने विभिन्न वर्गों के लोगों के साथ प्रतिध्वनित हुआ। उन्होंने अपने विजय भाषण में समावेशिता और विकास पर जोर देते हुए कहा, “हमारा अभियान सिर्फ चुनाव जीतने का नहीं था, बल्कि समाज के हर वर्ग की आकांक्षाओं को पूरा करने का था। हम सभी को साथ लेकर चलेंगे और एक समृद्ध असम की दिशा में काम करेंगे।”
गोगोई ने अपने दिवंगत पिता श्री तरुण गोगोई को भी याद किया, जो असम के पूर्व मुख्यमंत्री थे और जिनका जोरहाट से विशेष संबंध था। उन्होंने कहा, “मेरे पिता की सेवा और लोगों के प्रति समर्पण की विरासत हमारे लिए एक प्रेरणा है। हम उनके सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे और असम को एक नई ऊँचाई पर ले जाएंगे।”
पिता की विरासत और प्रेरणा
गौरव गोगोई का अभियान उनके पिता की सेवा और लोगों के प्रति समर्पण की विरासत से गहराई से प्रभावित था। उनके पिता, श्री तरुण गोगोई, असम के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक थे और उन्होंने राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। गौरव ने अपने विजय भाषण में कहा, “मेरे पिता ने हमें सिखाया कि लोगों की सेवा सबसे बड़ा धर्म है। हम उनकी इस सीख को अपने जीवन और काम में अपनाएंगे।”
भविष्य की योजनाएँ
गौरव गोगोई ने भविष्य की योजनाओं पर भी चर्चा की और जोरहाट के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की घोषणा की। उन्होंने कहा, “हम जोरहाट को एक मॉडल निर्वाचन क्षेत्र बनाएंगे, जहाँ सभी को समान अवसर मिलेंगे और हर व्यक्ति का विकास होगा। हम शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढाँचे के क्षेत्र में बड़े सुधार करेंगे।”
उन्होंने किसानों, युवाओं और महिलाओं के लिए विशेष योजनाओं की घोषणा की और कहा, “हम किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों से लैस करेंगे, युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेंगे और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विशेष योजनाएँ चलाएँगे।”
निष्कर्ष
गौरव गोगोई की जोरहाट में जीत उनके समर्पण, परिश्रम और लोगों के प्रति उनकी ईमानदारी का परिणाम है। उन्होंने अपनी जीत का श्रेय जोरहाट के लोगों को दिया और उनके समर्थन के प्रति आभार व्यक्त किया। गोगोई का यह संदेश साफ था कि पैसे और अहंकार को हराया जा सकता है और सच्ची सेवा और समर्पण ही सबसे बड़ा धर्म है।
जोरहाट के लोगों ने गोगोई के नेतृत्व में एक नया अध्याय शुरू किया है और उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में जोरहाट और असम एक नई ऊँचाई पर पहुँचेंगे। गोगोई ने अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है और लोगों के प्रति उनकी सेवा और समर्पण को जारी रखने का वादा किया है।