समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश की कन्नौज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से पर्चा भर दिया है। उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के सुब्रत पाठक से होगा।
अखिलेश यादव के इस सीट पर उतरने से मुकाबला कड़ा हो गया है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज दोपहर 12 बजे कन्नौज संसदीय सीट के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। उन्होंने चार सेट में अपना पत्र दायर किया है। इस दौरान उनकी पत्नी डिंपल यादव, चाचा शिवपाल, और रामगोपाल समेत पार्टी के कई पदाधिकारी मौजूद रहे। अखिलेश यादव के आने से अब ये सीट हाई प्रोफाइल बन गई हैं।
अखिलेश यादव की भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सुब्रत पाठक से टक्कर होगी। सुब्रत पाठक ने भी गुरुवार को लोकसभा चुनाव को लेकर नामांकन दाखिल किया।
बता दें कि दो दिन पहले अखिलेश यादव के भतीजे तेज प्रताप यादव को कन्नौज से उम्मीदवार घोषित किया गया था। इसे लेकर कार्यकर्ताओं में नाराजगी थी, ये बात पार्टी आलाकमान तक पहुंची। मंगलवार की शाम से ही यह तय माना जा रहा था कि अब अखिलेश यादव ही यहां से चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि तेज प्रताप लालू यादव की बेटी राजलक्ष्मी के पति हैं और तेजस्वी यादव के जीजा हैं। तेज प्रताप का अखिलेश यादव से चाचा-भतीजा वाला रिश्ता है। रिश्ते में अखिलेश यादव उनके चाचा हैं।
अखिलेश यादव इस सीट से पहले भी सांसद रहे हैं। वे 2012 में उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने से पहले तीन बार कन्नौज से सांसद चुने गए। साल 2000 में अखिलेश की सियासी पारी का आगाज इसी कन्नौज सीट से हुआ था। अखिलेश ने पिता मुलायम सिंह के इस्तीफे के बाद खाली हुई इस सीट से उपचुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी।
गौरतलब है की सपा इससे पहले बदायूं, मेरठ, मोरादाबाद, मिश्रिख, गौतमबुद्ध नगर सीट से भी उम्मीदवार बदल चुकी है।