बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने पाकिस्तान की पोल खोलते हुए एक चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने कहा कि जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैक के दौरान उनके लड़ाकों ने सभी 214 बंधकों को मार डाला, क्योंकि पाकिस्तानी सरकार ने बातचीत करने से इनकार कर दिया था। BLA की ओर से यह बयान पाकिस्तानी सेना की उस प्रेस कॉन्फ्रेंस के ठीक बाद आया, जिसमें 31 बंधकों के मारे जाने की बात कही गई थी। पाक सेना ने बताया था कि ट्रेन हादसे में मारे गए 31 बंधकों में से 18 सैनिक थे। सेना ने यह भी बताया था कि सभी 33 BLA लड़ाकों को मारकर बंधकों को मुक्त कराया गया। लेकिन सवाल उठता है कि अगर पाकिस्तान ने बंधकों को बचाने की कोशिश की, तो फिर BLA ने 214 लोगों को खत्म करने का दावा कैसे किया?
BLA ने साफ कहा कि उन्होंने पाकिस्तान को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन अहंकारी पाक सरकार ने बातचीत से परहेज किया और नतीजा यह हुआ कि सभी बंधक मारे गए। BLA ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तानी सेना को युद्धबंदियों के आदान-प्रदान के लिए 48 घंटे का समय दिया था। पाकिस्तान के पास अपने सैनिकों और आम नागरिकों की जान बचाने का आखिरी मौका था, लेकिन उन्होंने बातचीत से इनकार कर दिया। तो क्या पाक सरकार ने अपने ही लोगों की जान खतरे में डाल दी? BLA का दावा है कि पाक सेना झूठ बोल रही है। जिन लोगों को सेना ने बचाने का दावा किया, वे पहले ही रिहा किए जा चुके थे। तो अब सवाल यह उठता है कि पाकिस्तान दुनिया को किस तरह गुमराह कर रहा है? क्या सच में पाक सेना ने बंधकों को बचाया या फिर उनकी लापरवाही के कारण इतने लोगों की जान गई?