पवित्र संगम पर आस्था की डुबकी लगाने आई महिलाओं की इज्जत को चंद वहशी पैसों में बेच रहे थे। प्रयागराज के महाकुंभ में श्रद्धा, आस्था और विश्वास के बीच शैतान भी घात लगाए बैठे थे। महिलाएं जब गंगा में स्नान कर रही थीं, तब कुछ दरिंदे उनके वीडियो बना रहे थे।
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि ये वीडियो डार्क वेब पर बेचे जा रहे थे। सोशल मीडिया पर वायरल किए जा रहे थे। और इन घिनौनी हरकतों में शामिल थे चंद्रप्रकाश, प्रग्नेश और प्रणव तेली।
ये शातिर आरोपी टेलीग्राम पर अलग-अलग अकाउंट बनाते, दो से चार हजार रुपये में मेंबरशिप बेचते, और फिर इन गंदे वीडियो से पैसे कमाते। लेकिन अब पुलिस इनके गिरेबान तक पहुंच चुकी है।
जांच का दायरा सिर्फ प्रयागराज तक नहीं, बल्कि गुजरात और महाराष्ट्र तक फैल चुका है। गुजरात पुलिस ने लातूर से पैसों के लेन-देन का लिंक पकड़ा है। सामने आया है कि विदेशी अकाउंट से पैसा ट्रांसफर हुआ है।
सिर्फ महाकुंभ नहीं, ये हैवान गुजरात और महाराष्ट्र के हॉस्पिटल और मॉल्स में भी महिलाओं के वीडियो बना रहे थे। अब तक इस मामले में 13 FIR दर्ज हो चुकी हैं। अब पुलिस की साइबर टीम सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखे हुए है। गंदे वीडियो पोस्ट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो रही है।
श्रद्धा के इस पर्व को कलंकित करने वाले इन अपराधियों को सख्त सजा देने की मांग जोर पकड़ रही है। प्रशासन और कानून व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत है ताकि इस तरह की शर्मनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
महाकुंभ जैसा पवित्र आयोजन जहां करोड़ों श्रद्धालु अपनी आस्था के साथ जुड़ते हैं, वहां इस तरह की घटनाएं समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय हैं। अपराधियों को जल्द से जल्द सजा मिले, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।