हार का दर्द झेल नहीं पाया पाकिस्तान… अब हाथ मिलाने का बहाना बनाकर एशिया कप से भागने की धमकी दे रहा है। लेकिन इस ड्रामे से बेइज्जती कम नहीं… बल्कि और बढ़ गई है।
पाकिस्तान क्रिकेट का हाल अब किसी ड्रामे से कम नहीं है। हुआ यूँ कि भारत से करारी हार के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ी मैदान पर खड़े रहे… इंतज़ार करते रहे कि टीम इंडिया आकर हाथ मिलाएगी। लेकिन भारतीय खिलाड़ी सीधा ड्रेसिंग रूम में गए और दरवाज़ा बंद कर लिया। बस, यही पल पाकिस्तान के लिए ज़ख़्म बन गया। हार का दर्द तो झेल ही रहे थे, ऊपर से हाथ न मिलाने से उनकी बेइज्जती भी हो गई। और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड बिलबिला उठा।
अब हाथ मिलाने जैसी मामूली बात को पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बना दिया। PCB ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल में शिकायत ठोक दी। कहा कि ये खेल भावना के खिलाफ है। इतना ही नहीं, PCB ने तो मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट पर भी आरोप लगा दिया कि उन्होंने टॉस के वक्त कप्तानों को हैंडशेक करने से रोका। सोचिए, जिस देश की टीम मैदान में प्रदर्शन से जवाब नहीं दे पाई, वो अब हैंडशेक पर रोना रो रही है।
और जब शिकायत से भी दिल नहीं भरा, तो पाकिस्तान ने ICC को सीधी धमकी दे डाली। कहा कि अगर रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट को हटाया नहीं गया, तो वो UAE के खिलाफ अगला मैच ही नहीं खेलेंगे। यानी साफ-साफ टूर्नामेंट छोड़ने की धमकी। मगर ICC ने पाकिस्तान की बात को कोई तवज्जो नहीं दी। PCB की मांग खारिज कर दी गई। और अब तो हाल ये है कि 17 सितंबर को UAE के खिलाफ होने वाले मैच में भी रेफरी वही होंगे – एंडी पायक्रॉफ्ट। यानी पाकिस्तान के लिए दोहरी चोट – हार का खतरा और अपमान का डर।
सोचने वाली बात है कि पाकिस्तान आखिर करेगा क्या? अगर मैदान में उतरेगा तो हार का डर, अगर नहीं उतरेगा तो एशिया कप से बाहर होने की शर्मिंदगी। टूर्नामेंट में बने रहने के लिए UAE के खिलाफ खेलना और जीतना दोनों जरूरी है। लेकिन पाकिस्तान का हाल ऐसा है कि चाहे खेले या न खेले, दोनों ही हाल में उसकी इज़्ज़त मिट्टी में मिलनी तय है।
भारतीय खिलाड़ियों ने तो बस हाथ नहीं मिलाया, लेकिन पाकिस्तान ने इस छोटे से मामले को दुनिया के सामने अपनी बेइज्जती का तमाशा बना दिया। और अब हालत ये है कि पूरे एशिया कप में सबसे ज्यादा चर्चा खेल की नहीं, बल्कि पाकिस्तान की नाकामी और नौटंकी की हो रही है।