हाल ही में स्विट्जरलैंड ने बुर्का जैसी पूरे चेहरे को ढकने वाले कपड़ों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। यह फैसले के बाद स्विटडरलैंड खासी चर्चाओं में आ गया है। देश में अधिकारिक तौर पर बुर्का पर बैन 1 जनवरी 2025 से शुरू होगा।
दरअसल स्विट्जरलैंड सरकार का तर्क है कि यह प्रतिबंध सार्वजनिक सुरक्षा और सामाजिक एकता को बढ़ावा देने के लिए जरुरी है। सरकार का मानना है कि पूरे चेहरे ढकने वाले कपड़े पहनने से पहचान छुपाने में आसानी होती है और इससे अपराध बढ़ सकता है। इसके अलावा, सरकार का यह भी मानना है कि यह प्रतिबंध महिलाओं को स्वतंत्रता देने में मदद करेगा क्योंकि उन्हें समाज में एक सक्रिय भूमिका निभाने के लिए अपने चेहरे को दिखाना होगा।
फ्रांस, बेल्जियम और हॉलैंड जैसे देशों ने पहले ही बुर्का और नकाब पर प्रतिबंध लगा दिया है, और अब स्विट्ज़रलैंड भी उसी रास्ते पर चल पड़ा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्विस सरकार ने स्पष्ट किया है कि चेहरा ढकने पर प्रतिबंध हवाई जहाज़ों या राजनयिक और वाणिज्य दूतावास परिसरों में लागू नहीं होगा। इसके अतिरिक्त, पूजा स्थलों और अन्य पवित्र स्थलों पर भी चेहरा ढकने की अनुमति होगी। सरकार ने कहा कि स्वास्थ्य और सुरक्षा उद्देश्यों, पारंपरिक रीति-रिवाजों या मौसम की स्थिति के कारण चेहरा ढकने की अनुमति होगी। उन्हें कलात्मक या मनोरंजन के कारणों के साथ-साथ विज्ञापन उद्देश्यों के लिए भी अनुमति दी जाएगी।
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सभा से संबंधित व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए भी चेहरा ढंकने की अनुमति दी जा सकती है, बशर्ते जिम्मेदार प्राधिकारी पूर्व स्वीकृति दे और सार्वजनिक व्यवस्था बरकरार रहे। स्विट्जरलैंड में बहुत कम महिलाएं बुर्का जैसे पूरे चेहरे को ढकने वाले कपड़े पहनती हैं, जो आमतौर पर अफगानिस्तान से जुड़े होते हैं।