अगले महीने की 3 तारीख से यूपी में त्योहारों का मौसम शुरू होने वाला है… लेकिन इस बार जो त्योहार मनाए जाएंगे, वो सिर्फ भक्तों के लिए होंगे, बदमाशों के लिए नहीं! यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ-साफ चेतावनी दे दी है—कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों की खैर नहीं! जो कोई भी इस पवित्र माहौल में बहन-बेटियों को परेशान करने या चोरी-लूटपाट करने की सोच रहा है, उसका जुलूस निकलना तय है।
त्योहारों के मौसम में सुरक्षा रहेगी टॉप पर
03 अक्टूबर से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्रि के साथ ही, योगी आदित्यनाथ की पुलिस पूरे 90 दिनों तक यूपी के हर गली, मोहल्ले और चौराहे पर कानून का सख्त पहरा लगाएगी। त्योहारों की इस पावन बेला में कोई भी बदमाश चोरी करेगा, बहन-बेटियों को छेड़ेगा, या किसी भी तरह की आपराधिक हरकत करेगा, तो वह बच नहीं पाएगा! योगी सरकार ने अपनी तैयारी कर ली है, और अब नौ खतरनाक ऑपरेशन शुरू होने जा रहे हैं, जिनके तहत अपराधियों का सफाया तय है।
क्या है ये नौ ऑपरेशन?
पहला ऑपरेशन है ऑपरेशन गरुड़, जो साइबर क्राइम और महिलाओं-बच्चों से जुड़े अपराधों को खत्म करने के लिए चलाया जाएगा। अगले 10 दिन में यूपी पुलिस हर उस साइबर क्रिमिनल का पीछा करेगी, जिसने मासूम बच्चों या महिलाओं को किसी भी तरीके से परेशान किया है।
इसके बाद शुरू होगा ऑपरेशन शील्ड, जिसमें अवैध रूप से बिक रहे एसिड की हर एक बॉटल को जब्त किया जाएगा। यूपी के बाजारों से एसिड की अवैध बिक्री बंद करने के लिए पुलिस और प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगी।
तीसरे ऑपरेशन का नाम है ऑपरेशन डेस्ट्रॉय—इस ऑपरेशन में अश्लील सामग्री जैसे कि सीडी, डीवीडी, और किताबों को बरामद किया जाएगा। ये ऑपरेशन हर उस व्यक्ति के खिलाफ है जो गंदगी फैलाने का काम करता है। योगी सरकार ने ठान लिया है कि इस बार अश्लीलता और अवैध साहित्य का यूपी से सफाया करना है।
और फिर आएगा ऑपरेशन मजनू—इस ऑपरेशन के नाम से ही आप समझ सकते हैं कि किसके खिलाफ ये चलाया जाएगा! जी हां, स्कूल-कॉलेजों के बाहर जो मनचले और अराजक तत्व बहन-बेटियों को परेशान करने की जुर्रत करेंगे, उनके खिलाफ योगी सरकार ने अब सख्त मोर्चा खोल दिया है। पुलिस इन मनचलों को पकड़कर ऐसा सबक सिखाएगी कि वो जिंदगी भर याद रखेंगे।
इसके बाद आता है ऑपरेशन बचपन—ये ऑपरेशन बच्चों को नशे की चंगुल से बचाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चलाया जाएगा।
ऑपरेशन खोज के तहत लापता बच्चों और महिलाओं की तलाश में बड़े पैमाने पर अभियान चलेगा।
ऑपरेशन नशा मुक्ति यूपी के हर कोने से शराब, ड्रग्स और नशे के खिलाफ जंग छेड़ेगा।
ऑपरेशन रक्षा उन अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए होगा जो समाज में अपराध फैलाने का काम करती हैं।
और आखिर में है ऑपरेशन ईगल—यह ऑपरेशन यूपी की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए चलाया जाएगा।
मसाज पार्लर और स्पा सेंटर भी इस बार पुलिस की नजर से बच नहीं पाएंगे। योगी आदित्यनाथ का साफ कहना है—जो भी अवैध गतिविधियों में लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने अधिकारियों को साफ-साफ निर्देश दिए हैं कि त्योहारों के दिनों में कानून-व्यवस्था से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। चाहे दशहरा हो, दिवाली हो या क्रिसमस, यूपी की सड़कों पर पुलिस का पहरा हर वक्त रहेगा। योगी सरकार ने ये भी साफ कर दिया है कि हर ऑपरेशन 10-10 दिन चलेगा। यानी अगले 90 दिनों में यूपी से अपराधियों का सफाया करने की पूरी तैयारी हो चुकी है
बदमाशों का जुलूस निकलना तय है
सीएम योगी की जीरो टॉलरेंस पॉलिसी इस बार सिर्फ एक वादा नहीं, बल्कि एक सख्त मिशन बनने जा रही है। पिछले कई मौकों पर योगी सरकार ने साबित किया है कि यूपी में कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। और अब, त्योहारों के इस सीजन में हर तरह की आपराधिक गतिविधियों पर योगी सरकार की नजरें गड़ी हुई हैं।
नवरात्रि के पहले ही दिन 3 अक्टूबर से, सीएम योगी खुद मिशन 5.0 का उद्घाटन करेंगे और इसके साथ ही इन नौ ऑपरेशनों की शुरुआत होगी।
अपराधियों के लिए यूपी की जमीन अब बहुत तंग हो गई है। त्योहारों का आनंद सिर्फ आम जनता के लिए होगा, क्योंकि योगी आदित्यनाथ ने ठान लिया है— बदमाशों का जुलूस निकलना तय है!