कांग्रेस पार्टी के नेता सैम पित्रोदा का बयान, अब एक बार फिर से पार्टी के गले की फांस बन गया है। पित्रोदा ने भारत की विविधता पर बात करते हुए कहा, भारत में पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं, तो दक्षिण में लोग अफ्रीकी लगते हैं। पश्चिम भारत के लोग अरबी जैसे लगते हैं। उत्तर भारतीय गोरे होते हैं। उनके इस बयान को भाजपा ने ‘नस्लीय टिप्पणी’ बताया है। खास बात है कि लोकसभा चुनाव के दौरान ही ‘पित्रोदा’ के बोल बिगड़ते हैं। इससे पहले उन्होंने ‘विरासत कर’ पर विवादित बयान दिया था।
सैम पित्रोदा द्वारा भारतीयों की तुलना चीनी-अफ्रीकी लोगों से करने वाले बयान पर कांग्रेस बैकफुट पर दिखाई दे रही है। यही वजह है कि सैम पित्रोदा का बयान सामने आते ही पार्टी ने पित्रोदा के बयान से किनारा कर लिया है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘सैम पित्रोदा ने भारत की विविधता को बताने के लिए जिन उपमाओं का इस्तेमाल किया है, वे दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इन उपमाओं से पूरी तरह असहमत है और इनसे किनारा करती है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पित्रोदा की इस नस्लीय टिप्पणी को लेकर प्रहार किया है। पित्रोदा की नस्लवादी टिप्पणी की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मैं अपने साथी भारतीयों का अपमान बर्दाश्त नहीं करूंगा. मैं आज बहुत गुस्से में हूं, मेरे देश को गाली दी, इसलिए गुस्सा आ रहा।’
अब भाजपा पित्रोदा के इसी नस्लीय बयान पर हमलावर हो गई है। भाजपा का कहना है कि ये शब्द भले सैम पित्रोदा के हों लेकिन सोच राहुल गांधी की है। दरअसल इससे पहले सैम पित्रोदा ने अपने बयान के जरिए राजनीति का पारा हाई कर दिया था, जब उन्होंने कहा था कि अमेरिका की तरह भारत में भी विरासत कर लगना चाहिए। हालांकि कांग्रेस ने तब उनके इस बयान से पाला झाड़ लिया था, जबकि इसके बाद भी राहुल गांधी कई मंचों से देश में जाति जनगणना और आर्थिक सर्वेक्षण कराने की बात कह चुके हैं।