पूरे मारवाड़ी समुदाय में एक गहरा शोक का माहौल है। प्रमोद सराफ, अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष, हमारे बीच नहीं रहे। उनकी अचानक हुई निधन की खबर ने सभी को स्तब्ध कर दिया। गुवाहाटी और देश भर के उनके लाखों अनुयायी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
प्रमोद सराफ ने 10 अक्टूबर 1977 को गुवाहाटी में मारवाड़ी युवा मंच की पहली शाखा की स्थापना की थी। तब से लेकर आज तक, इस संगठन ने 750 से अधिक शाखाओं का गठन किया है और आज इसके लगभग 55,000 सदस्य हैं। यह एक बड़ा और महत्वपूर्ण संगठन बन चुका है, जो देश के प्रत्येक हिस्से में अपने सामाजिक कार्यों से पहचाना जाता है।
प्रमोद सराफ एक समर्पित अधिवक्ता और समाजसेवी थे। उन्होंने अपने जीवन का अधिकांश समय समाज के कल्याण और युवाओं के सशक्तिकरण में समर्पित किया। उनके नेतृत्व में मारवाड़ी युवा मंच ने कई महत्वपूर्ण सामाजिक और परोपकारी कार्यों को अंजाम दिया, जो आज भी पूरे देश में सराहे जाते हैं।
वह समाज के कमजोर और पिछड़े वर्गों के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहे, और विशेषकर गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए उन्होंने कई योजनाओं का आयोजन किया। साथ ही, उन्होंने स्वास्थ्य, रक्तदान और पर्यावरण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी कई अभियान चलाए।
उनके योगदान और नेतृत्व की वजह से मारवाड़ी युवा मंच ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किए।
आज उनकी अंतिम यात्रा गुवाहाटी के रेहाबाड़ी से शुरू होकर गुवाहाटी शाखा कार्यालय से होते हुए भूतनाथ मुक्तिधाम तक गई , जहां हजारों की संख्या में लोग उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
प्रमोद सराफ का योगदान कभी भी भुलाया नहीं जा सकेगा। उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि एक सशक्त समाज और बेहतर भविष्य के लिए हमें निरंतर मेहनत, समाज सेवा और प्रेरणा की आवश्यकता होती है। उनका जीवन समाज के लिए एक मिसाल बनेगा और मारवाड़ी युवा मंच उनकी दृष्टि और कार्यों के साथ आगे बढ़ता रहेगा।