देश में हुए आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को बंगाल में करारी हार का सामना करना पड़ा था। इस बीच बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल में भाजपा की राज्य कार्यकारिणी बैठक के दौरान एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा, “हम सबका साथ, सबका विकास’ नहीं कहेंगे, हम कहेंगे जो ‘हमारे साथ हैं, हम उनके साथ हैं।” यानी सबका साथ, सबका विकास का जो नारा पीएम नरेंद्र मोदी हर मंच से लगाते हैं, सुवेंदु अधिकारी ने उसे ही बदलने की बात कह दी है।
बैठक को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा, “मैंने राष्ट्रवादी मुसलमानों के बारे में बात की थी और आप सभी ने भी कहा था कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ लेकिन मैं इसे अब और नहीं कहूंगा, बल्कि अब हम कहेंगे ‘जो हमारे साथ हम उनके साथ’, सबका साथ, सबका विकास बंद करो’, अल्पसंख्यक मोर्चे की जरूरत नहीं है।”
सुवेंदु अधिकारी ने अपने बयान में साफ कहा कि राष्ट्रवादी मुस्लिम जैसा कुछ नहीं होता। जो हमारे साथ हैं, हम उनके साथ हैं। उन्होंने बैठक में जय श्री राम का नारा लगाते हुए कहा कि हम जीतेंगे और हिंदुओं को बचाएंगे। हम तय करेंगे कि जो हमारा साथ देगा, हम उनका साथ देंगे।
पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव और हालिय उपचुनाव में हार के बाद सुवेंदु अधिकारी के तेवर बदले हुए नजर आए हैं। उन्होंने बीजेपी बैठक में बुधवार को साफ है कि अब पार्टी सिर्फ वोट देने वाले हिंदू समुदाय की बात करेगी।
बंगाल में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने उपचुनाव में बीजेपी की हार की भी वजह बताई। उन्होंने दावा किया कि उपचुनाव में हजारों लोग अपना वोट नहीं डाल सके। उन्होंने कहा, लोकसभा चुनाव में भी लाखों हिंदुओं को वोट डालने नहीं दिया गया। माना जा रहा है कि शुभेंदु अधिकारी ने अपने भाषण से साफ कर दिया कि बीजेपी बंगाल में हिंदू वोटों के ध्रुवीकरण की दिशा में काम करेगी। बंगाल बीजेपी का मानना है कि लोकसभा चुनाव में मुस्लिम वोटरों ने एकजुट होकर टीएमसी को वोट दिया। जबकि हिंदू वोटर अलग अलग पार्टियों में बंट गए।
इस मौके पर सुवेंदु अधिकारी ने एक पोर्टल भी लॉन्च किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, जैसा मैंने वादा किया था, मैंने एक पोर्टल लॉन्च किया है, जहां वे मतदाता अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे, जिन्हें वोट नहीं डालने दिया गया। ऐसे लोगों की गोपनीयता का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
कौन है सुवेंदु अधिकारी?
सुवेंदु अधिकारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे, उन्होंने 2021 के विधानसभा चुनावों में सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ नंदीग्राम सीट से जीत दर्ज की थी। अधिकारी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पश्चिम बंगाल की सियासत में तनाव बढ़ रहा है और बीजेपी हार के बाद राज्य में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रही है।