बीती दिनों एयर कनाडा के टोरंटो जाने वाले विमान को बम से उड़ाने की झूठी खबर में बड़ा अपडेट सामने आया है।
आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने बम की झूठी सूचना देने के आरोप में 13 साल के किशोर को पकड़ा है। किशोर यह देखना चाहता था कि इस मामले में पुलिस उसे पकड़ पाती है या नहीं। आरोपी ने मेल भेजकर दिल्ली से टोरंटो जाने वाली फ्लाइट में बम होने के बारे में झूठी सूचना दी थी। नाबालिग को बाल न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसकी हिरासत उसके माता-पिता को सौंप दी गई।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि जिस ईमेल से धमकी दी गई थी उसे महज एक घंटे पहले ही बनाया गया था। ये मेल उत्तर प्रदेश के मेरठ से किया गया था। पुलिस ने मेरठ जाकर जब तफ्तीश शुरू की तो सामने आया कि ये मेल 13 वर्षीय एक बच्चे ने किया था। बच्चे ने बताया कि उसको मुम्बई की एक फ्लाइट में बम की कॉल मीडिया में देखकर ईमेल करने का आईडिया आया। वो ये जानना चाहता था कि पुलिस उसके मेल को ट्रेस कर पाएगी या नहीं, उसने ये धमकी केवल मौज मस्ती के लिए दी थी।
पुलिस के मुताबिक बच्चे ने अपने फोन पर एक फर्जी आईडी बनाई और अपनी माँ के फोन के जरिये इंटरनेट को इस्तेमाल किया और ये मेल भेज दिया। मेल भेजने के बाद उसने ये मेल डिलीट भी कर दिया। अगले दिन सुबह उसने टीवी पर देखा कि दिल्ली एयरपोर्ट पर बम की कॉल चल रही है और वो ये देखकर डर गया। डर की वजह से उसने ये बात अपने घरवालों को नहीं बताई। पुलिस ने बच्चे का फोन जब्त कर लिया है और उसकी काउंसलिंग करवा रही है। बच्चे को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में पेश किया गया।
4 जून को दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड कार्यालय को एक मेल मिला था, जिसमें दावा किया गया कि दिल्ली-टोरंटो फ्लाइट जो कुछ ही मिनटो में रवाना होने वाली है, उसमें बम है। बम की खबर मिलते ही जांच एजेंसियां एक्टिव हो गईं और फ्लाइट की जांच की गई, जिसमें कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली. जांच पूरी होने के बाद फ्लाइट को लगभग 12 घंटे देरी से रवाना किया गया।