रविवार, 23 फरवरी को AAP विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें आतिशी को सर्वसम्मति से नेता प्रतिपक्ष चुना गया। यह पहली बार है कि दिल्ली विधानसभा में नेता सदन और नेता प्रतिपक्ष, दोनों पदों पर महिलाएं होंगी।
आतिशी ने इस बार कालकाजी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और बीजेपी नेता रमेश बिधूड़ी को हराया। गोपाल राय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी और कहा कि दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी को विपक्ष की जिम्मेदारी दी है।
दिल्ली में महिला नेतृत्व की नई राजनीति
दिल्ली में अब महिला नेतृत्व की भूमिका बढ़ गई है। बीजेपी ने शालीमार बाग से विधायक रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाया और अब AAP ने आतिशी को नेता प्रतिपक्ष चुना। इसे महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने की राजनीति भी माना जा रहा है।
आतिशी बनाम रेखा गुप्ता: दिलचस्प मुकाबला
अब दिल्ली विधानसभा में दो आक्रामक महिला नेता आमने-सामने होंगी – एक ओर आतिशी, जो आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता हैं, और दूसरी ओर रेखा गुप्ता, जो पहली बार विधायक बनी हैं लेकिन तीन बार पार्षद रह चुकी हैं।
• आतिशी अरविंद केजरीवाल की करीबी मानी जाती हैं और बीजेपी को घेरने में माहिर हैं।
• रेखा गुप्ता को राजनीति और प्रशासन का अच्छा अनुभव है। वह आक्रामक अंदाज में जवाब देने के लिए जानी जाती हैं।
विधानसभा में होगा तीखा मुकाबला
अब जब दो आक्रामक महिला नेता आमने-सामने होंगी, तो विधानसभा में तीखी बहसें देखने को मिल सकती हैं। AAP का मानना है कि नई सरकार पर दबाव बनाने का यह सही मौका है, जबकि बीजेपी को भरोसा है कि रेखा गुप्ता सरकार को मजबूती से संभालेंगी।
आने वाले दिनों में दिल्ली की राजनीति में यह महिला नेतृत्व कितना प्रभावी रहेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।