दिल्ली–आगरा एक्सप्रेसवे पर आज तड़के एक बड़ा सड़क हादसा हुआ है। घने कोहरे के कारण यमुना एक्सप्रेसवे पर कई बसें और कारें आपस में टकरा गईं, जिसके बाद कई वाहनों में आग लग गई। इस हादसे में अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 25 से ज्यादा यात्री घायल बताए जा रहे हैं। हादसा मथुरा के बलदेव थाना क्षेत्र में रात करीब दो बजे हुआ। मौके पर पुलिस और दमकल विभाग की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी रहीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे का संज्ञान लेते हुए मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं। फिलहाल हादसे की जांच जारी है।

दिल्ली–आगरा एक्सप्रेसवे पर मंगलवार तड़के एक बेहद दर्दनाक और भयावह हादसा सामने आया, जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। घने कोहरे के बीच यमुना एक्सप्रेसवे पर आगरा से नोएडा की ओर जा रही कई बसें और कारें आपस में टकरा गईं। यह हादसा मथुरा जिले के बलदेव थाना क्षेत्र में रात करीब दो बजे हुआ, जब कोहरे की वजह से विजिबिलिटी लगभग शून्य हो गई थी और वाहन चालकों को आगे की सड़क बिल्कुल दिखाई नहीं दे रही थी।
जानकारी के अनुसार, सबसे पहले एक वाहन अचानक दुर्घटनाग्रस्त हुआ। इसके बाद पीछे से आ रही बसें और कारें एक के बाद एक उससे टकराती चली गईं। देखते ही देखते 8 बसें और 3 कारें आपस में फंस गईं। टक्कर इतनी भीषण थी कि कई वाहनों में तुरंत आग लग गई और आग की लपटें दूर से दिखाई देने लगीं। हादसे के वक्त अधिकतर यात्री नींद में थे और उन्हें संभलने का मौका तक नहीं मिला।
आग लगने के बाद अफरा-तफरी मच गई। कई यात्री बसों के अंदर फंस गए, जबकि कुछ लोगों ने किसी तरह बसों से कूदकर अपनी जान बचाई। अंदर फंसे यात्रियों की जलकर मौत हो गई। अब तक इस हादसे में 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि करीब 25 यात्री घायल हुए हैं। सभी घायलों को तुरंत पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, फायर ब्रिगेड और राहत टीम मौके पर पहुंची। दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया और वाहनों में फंसे लोगों को बाहर निकाला। राहत और बचाव अभियान कई घंटों तक चला, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सका।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस भीषण हादसे का संज्ञान लिया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है और घायलों को बेहतर से बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और हादसे की असली वजह जानने की कोशिश की जा रही है।
प्रशासन ने एक बार फिर लोगों से अपील की है कि सर्दियों में कोहरे के दौरान यमुना एक्सप्रेसवे पर बेहद सावधानी बरतें। वाहन तय गति सीमा में ही चलाएं और सुरक्षित दूरी बनाए रखें, क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही भी इस तरह के बड़े और जानलेवा हादसे का कारण बन सकती है।