झामुमो नेता चंपाई सोरेन ने सोमवार रात गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और इसके बाद उन्होंने यह घोषणा कर दी कि वे बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं। सोमवार रात असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने अपने एक्स हैंडल से जानकारी दी कि चंपाई सोरेन 30 अगस्त को रांची में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। इस मामले में झामुमो की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
झामुमो के महासचिव विनोद पांडेय ने इसे आत्मघाती कदम बताया है। उनका कहना है कि अगर चंपाई सोरेन को किसी बात से नाराजगी थी तो उन्हें पार्टी प्रभारी से बात करनी चाहिए थी।
चंपाई सोरेन का भाजपा में शामिल होना आत्मघाती
झामुमो महासचिव विनोद पांडे ने चंपाई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की घोषणा को आत्मघाती कहा है। चंपाई की कथित नाराजगी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर वे किसी बात को लेकर नाराज थे तो उन्हें पार्टी से चर्चा करनी चाहिए थी। विनोद ने तंज कसते हुए कहा कि संगठन किसी व्यक्ति विशेष से नहीं चलता। एक कार्यकर्ता सिर्फ सहयोग करता है, फिर चाहे वह किसी भी ओहदे पर हो।
हेमंत सोरेन ने भी चंपाई से बात करने का प्रयास किया था
विनोद पांडे ने कहा कि झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने भी जमशेदपुर में एक निजी कार्यक्रम के दौरान चंपाई सोरेन से बात करने का प्रयास किया था, लेकिन चंपाई दा से बात न हो सकी। आपको बता दें कि चंपाई सोरेन ने अब तक झामुमो से इस्तीफा नहीं दिया है।
झामुमो कार्यकर्ताओं में भी नाराजगी
पांडे ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता होने के नाते चंपाई दा को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। उनके इस फैसले से झामुमो के कार्यकर्ताओं में भी काफी नाराजगी है। जिस पार्टी ने उन्हें इतना सम्मान दिया, उन्हें कम से कम उसका तो सम्मान रखना चाहिए था। पांडे ने यहा तक कहा कि पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने काफी प्रयास किया कि वह पार्टी न छोड़ें।