गुवाहाटी विश्वविद्यालय में एक बड़े मार्कशीट घोटाले का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बारपेटा रोड पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई में खुलासा हुआ कि छात्रों की मार्कशीट में पैसे के लेन-देन के माध्यम से अवैध रूप से अंक बढ़ाए गए थे।
मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने बारपेटा में इस मुद्दे पर प्रकाश डालते हुए बताया कि असम पुलिस और सीआईडी की संयुक्त जांच में अब तक आठ आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। यह घोटाला तब सामने आया जब गणेशलाल चौधरी कॉलेज (जीएलसी कॉलेज) के अधिकारियों ने छठे वर्ष के स्नातक छात्र अजीजुल हक के अंकों में विसंगतियां पाईं। बरपेटा रोड पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया, लेकिन प्रारंभिक जांच में हुई गड़बड़ी के कारण हक को हिरासत से रिहा कर दिया गया।
स्थानीय मीडिया ने मुख्यमंत्री को इस मामले की जानकारी दी, जिससे डॉ. सरमा ने गहन जांच के निर्देश दिए। इस जांच से कई विश्वविद्यालय और कॉलेज कर्मचारियों की संलिप्तता सामने आई। गिरफ्तार किए गए लोगों में गुवाहाटी विश्वविद्यालय के कृष्णन कृष्णमूर्ति और धुबरी लॉ कॉलेज के जूनियर कंप्यूटर सहायक शिवतोष महतो शामिल हैं। गिरफ्तारियां बारपेटा और धुबरी पुलिस द्वारा समन्वित छापेमारी के माध्यम से की गईं।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शामिल हैं:
अजीजुल हक
कृष्णन कृष्णमूर्ति, समस्तीपुर, बिहार – गुवाहाटी विश्वविद्यालय स्टाफ
इस्माइल हुसैन, कलगछिया
आलमगीर खान, अमगुरी, कलगछिया
मोइनुल हक, बोरडांगा, कलगछिया
हमेज उद्दीन, नागांव
अमीनुल इस्लाम, लाइब्रेरियन, लांगला कॉलेज
शिवतोष महतो, जूनियर कंप्यूटर सहायक, धुबरी लॉ कॉलेज
अबुल बच्चे, लांगला कलगछिया
इन आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे भी गिरफ्तारियां होने की संभावना है। पुलिस ने जांच जारी रहने के कारण मीडिया से टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। इस घोटाले ने गुवाहाटी विश्वविद्यालय में शैक्षणिक अखंडता और परीक्षा प्रणाली की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा की हैं।