दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली जल बोर्ड से जुड़े एक केस में जांच के लिए नया समन भेजा है। ईडी ने उन्हें 18 मार्च को पेश होने का आदेश दिया है। ईडी के समन के बाद AAP विधायक और मंत्री आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जांच एजेंसी और मोदी सरकार पर सवाल उठाए।
आतिशी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के कुछ घंटों बाद शनिवार को दो समन मिले, जिनमें केजरीवाल को अगले सप्ताह संघीय एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि इनमें से एक आबकारी नीति मामले से जुड़ा है और दूसरा डीजेबी से संबंधित है। आप नेता ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी राजनीतिक विरोधियों को खत्म करने के लिए ईडी और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को अपने ‘गुंडों’ के रूप में इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि कल शनिवार को राउज एवेन्यू कोर्ट ने आबकारी मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को जमानत दे दी, मगर भाजपा और प्रधानमंत्री को यह हजम नहीं हो रहा है। ये लोग चाहते हैं कि केजरीवाल को किसी न किसी तरह केजरीवाल को जेल में डाल दो। उन्होंने कहा कि अब भाजपा को शायद लगने लगा है कि आबकारी मामले में केजरीवाल को गिरफ्तार नहीं कर पाएंगे तो इन्होंने नया मामला खोल दिया है। हमें भी नहीं मालूम है कि ईडी ने जल बोर्ड के किस मामले में भेजा है। समन में डिटेल नहीं है। ईडी खुद आबकारी मामले को लेकर कोर्ट गई है तो उसे कोर्ट का तो इंतजार करना चाहिए।
इसके अलावा आतिशी ने कहा कि आज ईडी और सीबीआई नरेंद्र मोदी के गुंडे बन कर रह गए हैं। पहले जो हिंदी सिनेमा की फिल्मों में होता था, वो अब सच में हो रहा है जो मोदी का विरोध करता है, ईडी और सीबीआई उसके पीछे पड़ जाती है। मोदी के इन दोनों गुंडो ने विपक्ष की एक-एक पार्टी को और एक-एक नेताओं को टारगेट किया है।