ईरान और इज़राइल के बीच जारी तनावपूर्ण हालात के बीच भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंधु’ की शुरुआत की है। इस मिशन का उद्देश्य ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश लाना है। इसी के तहत गुरुवार सुबह तेहरान में फंसे 110 भारतीय छात्रों को सकुशल दिल्ली लाया गया।
इन छात्रों को पहले ईरान से आर्मेनिया की राजधानी यरेवान पहुंचाया गया, फिर वहां से इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट के ज़रिए दिल्ली लाया गया। 94 छात्र जम्मू-कश्मीर से हैं, जबकि 16 छात्र अन्य राज्यों से हैं। इनमें 54 छात्राएं भी शामिल थीं। इसके कुछ ही घंटों बाद एक और विमान दिल्ली पहुंचा जिसमें भारतीय राजनयिक और उनके परिजन सवार थे।
युद्ध के बीच बढ़ती चिंता
ईरान और इज़राइल के बीच यह संघर्ष अब सातवें दिन में पहुंच चुका है। इज़राइल, ईरान के सैन्य ठिकानों और प्रमुख इलाकों को निशाना बना रहा है, वहीं ईरान भी जवाबी कार्रवाई कर रहा है। इस युद्ध की पृष्ठभूमि में करीब 10,000 भारतीय नागरिक ईरान में मौजूद हैं, जिनमें बड़ी संख्या में छात्र और कामकाजी लोग शामिल हैं।
भारत सरकार को इन फंसे हुए नागरिकों और उनके परिजनों से मदद की अपीलें मिल रही थीं। इसके बाद विदेश मंत्रालय और तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने मिलकर ऑपरेशन सिंधु की योजना पर काम शुरू किया।
भारत सरकार ने बताया है कि ऑपरेशन सिंधु के तहत अगले चरण की तैयारी भी चल रही है। तुर्कमेनिस्तान के रास्ते एक और विमान भेजा गया है, जिसके माध्यम से अधिक भारतीय नागरिकों को निकाला जाएगा।
इस मिशन की सफलता पर जम्मू-कश्मीर छात्र संघ ने प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री का आभार जताया है, साथ ही अन्य भारतीय नागरिकों की वापसी के लिए उम्मीद भी जताई है।