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असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को पत्र लिखकर मांग की है कि आईआईटी-खड़गपुर के छात्र फैजान अहमद की मौत से जुड़े मामले को नवीनतम फोरेंसिक रिपोर्ट के निष्कर्षों के बाद जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया जाए।

हिमंत ने अपने पत्र में कहा कि कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर आयोजित दूसरी फोरेंसिक रिपोर्ट के अनुसार, अहमद की गर्दन के ऊपरी बाएं हिस्से पर गोली लगने का घाव था और गर्दन के दाहिने हिस्से पर चाकू से वार का घाव था, जिसे मंगलवार को प्रेस को उपलब्ध कराया गया। उन्होंने कहा कि “नवीनतम फोरेंसिक रिपोर्ट के चौंकाने वाले निष्कर्षों के मद्देनजर, यह जरूरी है कि इस भयानक अपराध के अपराधियों के साथ-साथ अपराध को छिपाने में शामिल किसी भी अन्य व्यक्ति को सजा मिले।”
कहा कि इससे “मृतक को न्याय मिलेगा और शोकाकुल माता-पिता को राहत मिलेगी।” उन्होंने कहा,

“कृपया अपराध की पारदर्शी और निष्पक्ष जांच के लिए मामले को सीबीआई को सौंप दें।”

सरमा ने अक्टूबर 2022 में बनर्जी को पत्र लिखकर छात्र की अप्राकृतिक मौत की गहन जांच का अनुरोध किया था।

23 वर्षीय अहमद 14 अक्टूबर, 2022 को अपने छात्रावास के कमरे में मृत पाया गया था और उसकी मौत को आईआईटी-खड़गपुर के अधिकारियों ने आत्महत्या का मामला बताया था। हालांकि, उसके माता-पिता ने दावा किया कि उन्होंने उसके शरीर पर चोट के निशान देखे थे। उसकी

मां ने मई 2023 में कलकत्ता उच्च न्यायालय का रुख किया था, जिसमें मौत की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन की मांग की गई थी।

इसके बाद अदालत ने “उसकी मौत के पीछे की सच्चाई सामने लाने” के लिए उसके अवशेषों को निकालने और दूसरी पोस्टमार्टम जांच का आदेश दिया।

असम के तिनसुकिया का रहने वाला अहमद आईआईटी-खड़गपुर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष का छात्र था।

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