असम के बारपेटा में ज़मीन विवाद को लेकर एक नृशंस हत्या की खबर सामने आई है। भारी बारिश और तेज़ हवाओं के बाद एक लापता ग्रामीण का शव ज़मीन में दबा हुआ मिला।
बारपेटा जिले के गजिया गांव में एक चौंकाने वाली घटना हुई, जहां भारी बारिश और तेज हवाओं के बीच एक निर्दयतापूर्वक हत्या कर शव को दफनाए जाने की सूचना मिली। मृतक की पहचान बारपल्ली गांव के अजीम उद्दीन के रूप में हुई है, जो 21 मई से लापता था।
यह भयावह खुलासा तब हुआ जब अजीम उद्दीन के बेटे सुकुर अली ने 22 मई को एक प्राथमिकी दर्ज कराई, जिसमें मिजानुर रहमान और उनके बेटों पर अपने पिता के लापता होने का आरोप लगाया गया। परिवार के सदस्यों के अनुसार, अजीम उद्दीन और मिजानुर रहमान के परिवार के बीच लंबे समय से चल रहा भूमि विवाद इस घातक घटना में बदल गया।
सुकुर अली ने अपने परिवार की पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा, “हमारे पिता 21 मई से लापता थे और हमने 22 तारीख को मिज़ानुर रहमान के खिलाफ़ एफआईआर दर्ज कराई थी। हमारे पिता को मिज़ानुर और उसके रिश्तेदारों ने इसलिए मार डाला क्योंकि उन्होंने ज़मीन विवाद में उनके खिलाफ़ आवाज़ उठाई थी।”
एफआईआर पर तेजी से कार्रवाई करते हुए कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने 27 मई को संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया। 28 मई को, तीन आरोपियों को पुलिस को दफन स्थल का पता लगाने में मदद करने के लिए अपराध स्थल पर लाया गया। उनके सहयोग से, पुलिस टीम ने गजिया गांव में दफनाए गए अजीम उद्दीन के शव को बरामद किया।
बारपेटा पुलिस ने हत्या की गहन जांच शुरू कर दी है, जिसका उद्देश्य अपराध में शामिल किसी भी अतिरिक्त मकसद या साथियों का पता लगाना है। इस चौंकाने वाले खुलासे ने गजिया गांव के निवासियों को अविश्वास और शोक की स्थिति में डाल दिया है।