भारतीय जीवन बीमा निगम लिमिटेड यानी एलआईसी अब हेल्थ इंश्योरेंस बिजनेस में भी अपनी धाक जमाने वाली है। इस हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ मोहंती का कहना है कि, “मुझे पूरी उम्मीद है कि इस वित्तीय वर्ष में 31 मार्च से पहले कोई निर्णय लिया जा सकेगा।” देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी, एलआईसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि वह मार्च के अंत तक किसी स्वास्थ्य बीमा कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने पर निर्णय ले लेगी। एलआईसी की 51% हिस्सेदारी नहीं होगी इसको लेकर हम सभी संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं। हेल्थ इंश्योरेंस मार्केट अभी कुछ समय से भारत में बीमा कारोबार में प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है, क्योंकि निजी बीमा कंपनियों ने बढ़ती उपभोक्ता मांग को पूरा करने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस मार्केट में अपनी उपस्थिति बढ़ा दी है। एलआईसी जीवन बीमा पॉलिसियों के साथ-साथ पेंशन योजनाएं, निवेश-लिंक्ड बीमा भी बेचती है, लेकिन स्वास्थ्य बीमा नहीं बेचती है। अगर एलआईसी हिस्सेदारी खरीदकर हेल्थ इंश्योरेंस में एंट्री करती है, तो इसका मुकाबला स्टार हेल्थ इंश्योरेंस, आदित्य बिड़ला हेल्थ इंश्योरेंस, निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस और केयर हेल्थ इंश्योरेंस जैसी कंपनियों से होगा।